दिवाली कैलेंडर / पंचांग के अनुसार 5 नवंबर को है धनतेरस और 7 को मनाई जाएगी दीपावली
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Oct 29, 2018, 04:03 PM IST
हिन्दू कैलेंडर में कार्तिक को बहुत शुभ और त्योहारों का महीना माना है। इसी महीने में भगवान विष्णु निद्रा अवस्था से निकलकर जागृत हो जाते हैं उसके बाद ही सभी मांगलिक कार्य शुरू होते हैं। इसी महीने की अमावस्या पर लक्ष्मी जी की पूजा होती है और दिवाली मनाई जाती है। वहीं दीपावली के साथ उससे जुड़े अन्य त्योहार भी मनाए जाते हैं। ये दीपावली महोत्सव 5 दिनों तक चलता है। इस महोत्सव की शुरुआत धनतेरस से होती है और भाई दूज पर ये 5 दिनों का महोत्सव पूरा होता है।
पंचांग के अनुसार दीपावली महोत्सव में किस दिन कौन सा त्योहार मनाएं -
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धनतेरस (कार्तिक कृष्णपक्ष त्रयोदशी) - इस बार 5 नवंबर, सोमवार को ये पर्व मनाया जाएगा। इस दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है और दीपावली पूजा के लिए खरीदारी होती है। साथ ही सजावटी सामान खरीदे जाते हैं।
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नर्क चतुर्दशी (कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी) - इस बार 6 नवंबर, मंगलवार को ये पर्व मनाया जाएगा। इस दिन प्रातःकाल तेल लगाकर अपामार्ग (चिरचिटा) की पत्तियां पानी में डालकर नहाने करने से नरक से मुक्ति मिलती है। विधि-विधान से पूजा करने वाले लोगों के पाप नष्ट हो जाते हैं और स्वर्ग मिलता है। इसी दिन शाम को दीपदान की प्रथा भी है। जिसे यमराज के लिए किया जाता है।
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दीपावली (कार्तिक माह की अमावस्या) - इस बार दीपावली 7 नवंबर,
बुधवार को मानाई जाएगी। दीपावली पर मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा होती है। कुछ लोग धन के देवता कुबेर की भी पूजा करते हैं।
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गोवर्धन पूजा (कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा) - दीपावली महोत्सव का ये चौथा त्योहार इस बार 8 नवंबर, गुरुवार को मनाया जाएगा। दीपावली की अगले दिन गोवर्धन पूजा की जाती है। लोग इसे अन्नकूट के नाम से भी जानते हैं। गोवर्धन पूजा में गोधन यानी गायों की पूजा की जाती है।
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भाईदूज (कार्तिक शुक्ल द्वितिया) - 9 नवंबर, शुक्रवार को ये त्योहार मनाया जाएगा। यह दीपावली के दो दिन बाद आने वाला ऐसा पर्व है, जो भाई के प्रति बहन के स्नेह को अभिव्यक्त करता है एवं बहनें अपने भाई की खुशहाली के लिए कामना करती हैं। इसे यम द्वितिया भी कहा जाता है। इसका संबंध यम और उनकी बहन यमुना से है।
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